लेखक/निर्देशक – करण शर्मा
कलाकार – राजकुमार राव, वामीका गब्बी, सीमा पाहवा, संजय मिश्रा, ज़ाकिर हुसैन, रघुबीर यादव
फिल्म की अवधि – 121 मिनट
रेटिंग – 3.5
भूल चुक माफ में राजकुमार राव, वामीका गब्बी मुख्य भूमिकाओं में हैं, साथ ही संजय मिश्रा, सीमा भार्गव पाहवा, जाकिर हुसैन रघुबीर यादव, इश्तियाक खान, अनुभा फतेह पुरिया, जय ठक्कर और प्रगति मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
भूल चूक माफ़ आकर्षक और एक रंगीन बाज़ार है, जिसे बहुत ही बारीकी से संपादित किया गया है ताकि कोई भी बोर न हो।
भूल चूक माफ की कहानी रंजन (राजकुमार राव) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक छोटे शहर का साधारण लड़का है, और जिसे सरकारी नौकरी पाने का बहुत दबाव है। एक ओर, रंजन को अपने परिवार और समाज से उम्मीदों का सामना करना पड़ता है, तो दूसरी ओर उसे तितली (वामीका गब्बी) के रूप में एक ऐसी लड़की मिलती है, जो उसे खुद के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती है। फिल्म हमें रिश्तों के मायने, परिवार की भूमिका, और अपनी गलतियों से सीखने की बात करती है।
करण शर्मा ने फिल्म का निर्देशन किया है और उन्होंने बेहतरीन तरीके से कहानी को पेश किया है। उन्होंने बिना किसी ओवरड्रामा के साधारण जीवन की जटिलताओं को बड़ी ही सहजता से दर्शाया है।फिल्म के लेखन और संवाद बहुत ही सरल और सजीव हैं। करण शर्मा ने कहानी को इस तरह लिखा है कि यह आम जीवन की सच्चाइयों को बिना किसी ओवरड्रामा के दर्शाता है। फिल्म के संवाद सहज और स्वाभाविक हैं, जो दर्शकों से आसानी से जुड़ जाते हैं। हर किरदार का संवाद उसकी पहचान के मुताबिक है, जिससे फिल्म में कॉमेडी और भावनाओं का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलता है।
राजकुमार राव का अभिनय फिर से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। उन्होंने रंजन के किरदार में अपनी क्यूटनेस, सादगी और कॉमिक टाइमिंग के साथ-साथ भावनात्मक गहराई भी दिखायी है। उनके अभिनय में एक विश्वसनीयता है, जो दर्शकों को उन्हें अपने जैसा महसूस कराती है।
वामीका गब्बी ने भी अपनी भूमिका में नयापन लाया है। उनकी निडरता और स्वाभाविक अभिनय ने तितली के किरदार को दिलचस्प और प्रभावशाली बना दिया है। दोनों की जोड़ी बेहद आकर्षक है और फिल्म के हर रोमांटिक पल में आपको एक सच्ची कनेक्टिविटी महसूस होती है।
संजय मिश्रा, सीमा पाहवा, और रघुबीर यादव जैसे अभिनेता फिल्म में अपनी उपस्थिति से उसे और भी जीवंत बना देते हैं। इनकी कड़ी मेहनत और शानदार अभिनय ने फिल्म के हास्य और इमोशनल पहलुओं को शानदार तरीके से पेश किया है।
सुदीप चटर्जी का कैमरा वाराणसी के रंग और मौज-मस्ती को बिना भीड़ भरे माहौल में उलझे या नदी के किनारों पर मौजूद आध्यात्मिकता के बारे में अतिशयोक्ति किए बिना कैद करता है। सभी कलाकार बेहतरीन फॉर्म में हैं, अगर सिनेमा मौज-मस्ती करने की जगह है, तो लेखक-निर्देशक करण शर्मा की भूल चूक माफ़ ऐसी जगह है जहाँ आपको इस वीकेंड ज़रूर जाना चाहिए। यह मज़ेदार और मजेदार है। जोशीला और शानदार।
Bollywood Hi इस मूवी को 3.5 रेटिंग देती है
Review by Farid Shaikh from Mumbai for Bollywood Hi